आज वर्ष 2021-22 के लिए भारत का पहला डिजिटल बजट संसद में पेश किया गया | इस बजट में कोरोना महामारी से खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को उभारने के लिए प्रयास किए गए हैं | बजट 2021-22 में शिक्षा क्षेत्र के लिए भी बड़े-बड़े ऐलान किए गए हैं | इसके अंतर्गत देश भर में 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे आदिवासी क्षेत्रों में 750 एकलव्य स्कूल खोलने की भी बात इस बजट में की गई है | इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए स्कॉलरशिप स्कीम को जारी रखा गया है | समग्रता से देखें तो इस बार शिक्षा क्षेत्र में सबसे ज्यादा घोषणाएं लद्दाख क्षेत्र के लिए हुई हैं |
जिसमें लद्दाख में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, एक मेडिकल कॉलेज, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, एक होटल मैनेजमेंट संस्थान और तिब्बत की पारंपरिक औषधि सोवा रिग्पा को बढ़ावा देने के लिए भी एक राष्ट्रीय सोवा रिग्पा संस्थान की घोषणा इस बजट में की गई है | जब इस संदर्भ में लद्दाख के लोकप्रिय सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल से बात किया गया तो उन्होंने इस पर खुशी जाहिर करते हुए वित्त मंत्री और देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया | उन्होंने बताया कि शिक्षा समाज के स्वरूप को निश्चित करती है और उसकी सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती है | शिक्षा मानव समाज की आधारशिला है वह समाज का निर्माण करती है उसमें परिवर्तन करती है और उसका विकास करती है | इससे निश्चित तौर पर आने वाले वर्षों में लद्दाख के युवा विभिन्न क्षेत्रों में निखर कर सामने आएंगे और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरवान्वित करेंगे