अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) ने नई दिल्ली में
सुश्रुत जयंती-2024 के उत्सव को चिह्नित करते
हुए अपनी दूसरी राष्ट्रीय संगोष्ठी सौश्रुतम शल्य संगोष्ठी का सफलतापूर्वक समापन
किया। 13 जुलाई से शुरू हुए तीन
दिवसीय कार्यक्रम में सुश्रुत को सम्मानित किया गया, जिन्हें व्यापक रूप से सर्जरी का जनक माना जाता है। इस कार्यक्रम का एक मुख्य
आकर्षण 25 जटिल सर्जिकल
प्रक्रियाओं का लाइव प्रदर्शन था, जो प्रतिभागियों को
प्रसिद्ध सर्जनों से देखने और सीखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। फिस्टुला-इन-एनो, बवासीर और पित्ताशय की पथरी आदि के रोगियों पर VAAFT, लेप्रोस्कोपी तथा लेजर जैसी नई तकनीकों तथा पारंपरिक
शल्य विधियों का उपयोग करके ऑपरेशन किए गए।