संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा पर गए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यात्रा के पहले दिन अबू धाबी निवेश प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक शेख हामिद बिन ज़ायद अल नाहयान के साथ निवेश पर भारत-संयुक्त अरब अमीरात उच्च स्तरीय कार्य बल की 11वीं बैठक की सह-अध्यक्षता की। दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंध बढ़ाने के लिए 2013 में इस कार्य बल की स्थापना की गई थी। बैठक में दोनों नेताओं ने अपने यहां की कंपनियों द्वारा मौजूदा द्विपक्षीय निवेश की समीक्षा की और संयुक्त व्यापार और निवेश सहयोग की संभावना वाले प्रमुख क्षेत्र चिन्हित किए। इनमें ढांचागत क्षेत्र, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, हरित हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य सेवा और स्टार्टअप शामिल हैं। बैठक में भारत-संयुक्त अरब अमीरात स्टार्ट-अप ब्रिज और अबू धाबी-भारत वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर जैसी नई पहल पर भी विचार किया गया।


दोनों नेताओं के मौजूदगी में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और संयुक्त अरब अमीरात के सेंट्रल बैंक की सहायक कंपनी अल एतिहाद पेमेंट्स के बीच साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य भारत के RuPay कार्ड पर आधारित संयुक्त अरब अमीरात के लिए एक राष्ट्रीय कार्ड योजना विकसित करना है। इससे डिजिटल वित्तीय बुनियादी ढांचे में अग्रणी देश के तौर पर भारत की स्थिति सुदृढ़ होगी।


 श्री गोयल और संयुक्त अरब अमीरात के उद्योग और उन्नत प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. सुल्तान अहमद अल जाबेर ने सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए। समझौते से अंतरिक्ष, स्वास्थ्य सेवा, नवीकरणीय ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। दोनों मंत्रियों ने संयुक्त अरब अमीरात के उप विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जैदी के साथ सार्थक चर्चा की जिसमें संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते-सीईपीए के कार्यान्वयन पर हुई प्रगति की समीक्षा की गई। मई 2022 में सीईपीए लागू होने के बाद से दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार में तेजी आई है और पिछले एक साल में इसमें लगभग बीस प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।


100 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य प्राप्त करने और आर्थिक संबंधों की क्षमता अधिकतम बनाने की प्रतिबद्धता के तहत दोनों मंत्रियों ने अबू धाबी चैंबर द्वारा आयोजित एक गोलमेज चर्चा का संयुक्त नेतृत्व किया। इसमें भारतीय उद्योग परिसंघ में शामिल कंपनियों के 15 सदस्यीय मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और अबू धाबी और दुबई चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों के अलावा अन्य प्रमुख व्यवसायियों ने भाग लिया। श्री गोयल ने हाल में स्थापित यूएई-इंडिया बिजनेस काउंसिल के सदस्यों से भी मुलाकात की। इसमें संयुक्त अरब अमीरात स्थित प्रमुख अमीराती और भारतीय कंपनियों के लॉजिस्टिक्स, नागर विमानन, सॉवरेन वेल्थ फंड, स्टार्ट-अप, रिटेल, वित्तीय सेवाएं, परिधान, ई-कॉमर्स, बैंकिंग, यात्रा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों से संबंधित मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल थे।


श्री गोयल की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों का सूचक है। पिछले दो वर्षों में वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की उनकी यह तीसरी यात्रा है। यह दिखाता है कि भारत संयुक्त अरब अमीरात के साथ अपनी आर्थिक और वाणिज्यिक साझेदारी को कितना महत्व देता है।



(Aabhar Air News)