सिख रेजिमेंट की वीरता से लेकर पंजाबी युवाओं के बीच
नशे की समस्या तक, पूर्व IAS अधिकारी
कैप्टन नरिंदर सिंह ने अपनी पुस्तक 'ए ब्यूरोक्रेट रिकॉल' में अपने दिल की छाप
छोड़ी है। पंजाब के लोकपाल न्यायमूर्ति वी.के. शर्मा ने यहां रक्षा सेवा अधिकारी
संस्थान (DSOI) में सैन्य अधिकारियों, सेवारत और सेवानिवृत्त नौकरशाहों तथा साहित्यकारों
की मौजूदगी में पुस्तक का विमोचन किया। कैप्टन नरिंदर सिंह की यह तीसरी किताब है।
उन्होंने इससे पहले दो किताबें, 'जीवन खेद' और 'वाइब्रेंट कलर्स ऑफ पंजाब' लिखी थीं। पुस्तक
कैप्टन नरिंदर सिंह के जीवन और सीखने का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है।