वस्त्र मंत्रालय ने 160 करोड़ रूपए के प्रावधान वाले समग्र हस्तशिल्प कलस्टर विकास योजना को जारी रखने की मंजूरी दे दी है। यह योजना मार्च 2026 तक चलेगी। इस योजना के अंतर्गत हस्तशिल्प से जुडे कारीगरों को बुनियादी ढांचे, बाजार तक पहुंच, डिजाइन और तकनीक उन्नयन संबंधी सहायता दी जाएगी।
समग्र हस्तशिल्प कलस्टर विकास योजना का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों और लघु तथा मध्यम आकार वाले उद्यमियों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराना है ताकि वे उत्पादन बढ़ाने के साथ निर्यात कर सकें। इस योजना के अंतर्गत दस हजार से अधिक कारीगरों तथा उद्यमियों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस योजना के माध्यम से कारीगरों के तकनीकी उन्नयन, टूलकिट उपलब्ध कराने, विपणन सुविधा बढ़ाने तथा प्रचार-प्रसार के माध्यम से अपना कारोबार बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।