बिहार में इस वर्ष कोविड महामारी के कारण कांवड यात्रा नहीं होगी और सावन का मेला नहीं लगेगा। श्रद्धालू अपने घरों में पूजा करेंगे और केवल पुजारी ही मंदिरों में परम्परागत पूजा अर्चना करेंगे। बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने हमारे संवाददाता को बताया कि श्रद्धालुओं को भगवान शिव को अर्पित करने के लिए भागलपुर और सुलतानपुर से गंगा नदी का पवित्र जल लेने की अनुमति नहीं होगी।
इस बीच बिहार में कोविड के नये मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। राज्य में स्वस्थ होने की दर बढकर 98 दशमलव पांच-आठ प्रतिशत हो गई है जबकि संक्रमण दर घटकर एक प्रतिशत से नीचे आ गई है। सक्रिय मामलों में भी कमी आई है। इस समय 630 कोविड मामले हैं।