भारतीय वायु सेना (IAF) ने हवा से जमीन पर लंबी दूरी की सुपरसोनिक मिसाइलों रैम्पेज को शामिल करके अपनी हवाई युद्ध क्षमताओं को काफी मजबूत किया है। लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य को मारने में सक्षम इन मिसाइलों को भारतीय वायुसेना के रूसी मूल के विमानों के बेड़े में एकीकृत किया गया है, जिसमें Su-30 MKI और MiG-29 लड़ाकू विमानों के साथ-साथ जगुआर लड़ाकू जेट भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना तक ही सीमित नहीं, भारतीय नौसेना ने भी अपने शस्त्रागार में रैम्पेज मिसाइलों को शामिल किया है, विशेष रूप से MiG-29 के नौसेना के लड़ाकू विमानों के लिए।