रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि भारत बहु-धुव्रीय विश्व का एक ऐसा सशक्त केन्द्र है जिसकी विदेश नीति और प्राथमिकताएं रूस के काफी निकट हैं।
श्री पुतिन ने कल क्रेमलिन में भारतीय राजदूत पवन कुमार द्वारा परिचय पत्र सौंपे जाने के अवसर पर कहा कि अगले सप्ताह वे भारत आ रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत में दोनों नेता भारत रूस संबंधों और कार्यनीतिक भागीदारी को और विकसित करने के उपाय तय करेंगे।
श्री पुतिन ने कहा कि परस्पर भागीदारी से दोनों देशों को वास्तविक लाभ हुआ है और द्विपक्षीय व्यापार में प्रगति हुई है। ऊर्जा, नवाचार, अंतरिक्ष तथा कोरोना वैक्सीन और औषधि उत्पादन क्षेत्र में संबंध मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में, संयुक्त उद्यम लगाने सहित व्यापक सहयोग है।
रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा विश्वास है कि मैत्री और परस्पर समझ की सुदृढ परम्पराओं पर भरोसा रखते हुए दोनों देश संबंधों को और आगे बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे।
राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भारत रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इस महीने की 6 तारीख को नई दिल्ली पहुंचेंगे।
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदंम बागची ने कहा कि दोनों दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति और सम्भावनाओं की समीक्षा करेंगे तथा इन्हें और मजबूत करने के उपायों पर विचार-विमर्श करेंगे। (Aabhar Air News)