प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने पेरिस में श्री मैक्रों से मुलाकात की और शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों नेताओं ने रक्षा, अंतरिक्ष, समुद्री अर्थव्यवस्था, गैर-रक्षा परमाणु और दोनों देशों के बीच जनता के संबंधों समेत समूचे विषयों पर द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों ने क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया और भारत-फ्रांस सामरिक भागीदारी को वैश्विक बेहतरी के लिए एक शक्ति बनाने के लिए मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा से न केवल दोनों देशों के बीच बल्कि दोनों नेताओं के बीच सशक्त संबंध बने हैं । श्री मोदी ने राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों को भारत आने का निमंत्रण दिया । बातचीत के बाद संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया ।
इससे पहले, प्रधानमंत्री श्री मोदी कोपनहेगन में द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन से लौटते हुए फ्रांस पहुंचे।
श्री मोदी ने आज एक ट्वीट में कहा कि फ्रांस, भारत का सशक्त भागीदारी है। उन्होंने कहा कि दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं।
डेनमार्क यात्रा को उपयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोपनहेगन में उन्होंने कूटनीतिक बैठकों, सांस्कृतिक और व्यावसायिक सम्पर्कों को बढ़ावा देने और भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात जैसे विभिन्न क्षेत्रों के कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन और वहां की जनता के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।
द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के बारे में श्री मोदी ने कहा कि इस सम्मेलन ने नॉर्डिक देशों के साथ संबंध बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा करने का मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि नॉर्डिक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें परिणामजनक रहीं और वे समृद्धि बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में उनके साथ काम करने के इच्छुक हैं। (Aabhar Air News)