इस्राइल के लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि दक्षिणपंथी गठबंधन के सहयोगियों के साथ कई सप्ताह के गहन विचार-विमर्श के बाद उन्होंने नई सरकार के गठन का समझौता कर लिया है। श्री नेतन्याहू ने राष्ट्रपति इसाक हरजोग को इस बारे में कल रात फोन पर सूचित किया। इस्राइल के राष्ट्रपति द्वारा नई सरकार के गठन के लिए तय की गई आधी रात की समय-सीमा समाप्त होने से कुछ ही मिनट पहले श्री नेतन्याहू ने ट्वीटर पर इस बारे में घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस्राइली नागरिकों की भलाई के लिए कार्य करेगी।

  

पहली नवंबर को हुए चुनाव में श्री नेतन्याहू के नेतृत्व वाली लिकुड पार्टी और अन्य समान विचारधारा वाली धार्मिक-राष्ट्रवादी पार्टियों को 120 सदस्यों की संसद में 64 सीटें मिली थी, लेकिन नई सरकार का गठन कई मुद्दों पर मतभेद के कारण टलता रहा। इन मुद्दों में वेस्ट बैंक में योजना प्राधिकरण के गठन से लेकर पुलिस पर नियंत्रण जैसे मुददे शामिल थे। नई सरकार एक सप्ताह के भीतर कार्यभार संभाल लेगी। श्री नेतन्याहू ने इस्राइल के सभी नागरिकों के हित में कार्य करने का वादा किया है। वे 15 वर्ष तक प्रधानमंत्री पद पर रहने के बाद एक बार फिर वापसी कर रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप में मामला भी चल रहा है। श्री नेतन्याहू ने इन आरोपों से इंकार किया है। (Aabhar Air News)