इसराएल और हमास के बीच युद्ध और तेज हो गया है। इसराएल ने दावा किया है कि उसने गज़ा पट्टी के क्षेत्रों को हमास के नियंत्रण से वापस ले लिया है। उसने यह भी बताया कि इसराएल लड़ाकू विमानों ने गज़ा में हमास के 2,294 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया। मीडिया की खबरों के अनुसार अब तक इस लड़ाई में दोनों पक्षो के 2,200 से अधिक लोग मारे गये हैं।


इस बीच, अमरीका ने इसराएल को युद्ध में मदद के लिए सहायता भेजी है। राष्ट्रपति जो0 बाइडन ने कहा कि इसराएल पर हमास के हमले के बाद की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। उन्होंने इसराएल को अमरीका के पूरे सहयोग-समर्थन का आश्वासन दिया।


अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज इसराएल जा रहे हैं। वे वरिष्ठ इसराएल नेताओं से बातचीत करेंगे और इसके बाद जॉर्डन के लिए रवाना होंगे।   


इस बीच यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने ओमान में खाड़ी नेताओं के साथ आपात बैठक के बाद फिलिस्तीनी प्राधिकरण को भुगतान निलंबित करने के अपने पुराने फैसले को पलट दिया है। संघ ने कहा कि वह इसराएल पर हमास के हमले को देखते हुए इस सहायता की तत्‍काल समीक्षा करेगा ताकि धन राशि का दुरुपयोग न हो। यूरोपीय संघ के मुख्‍य राजनयिक बोरेल ने कहा कि यूरोपीय संघ के अधिकांश देश इसराएल को समर्थन जारी रखने के पक्ष में थे। उन्‍होंने यह भी कहा कि हमास के हमले के जवाब में इसराएल की कुछ कार्रवाइयों से अंतरराष्‍ट्रीय कानून का उल्‍लंघन हुआ है। 


संयुक्‍त राष्‍ट्र पहले ही कह चुका है कि बड़ी संख्‍या की आबादी को पानी, बिजली और भोजन की सुविधा से वंचित कर देना अंतरराष्‍ट्रीय कानून के खिलाफ है। हालांकि यूरोपीय संघ के कुछ देशों ने अपना राष्‍ट्रीय अंशदान रोक देने का फैसला किया है। डेनमार्क और स्‍वीडन ने कहा कि वे फलीस्‍तीनी विकास सहायता रोक रहे हैं, लेकिन मानवीय सहायता जारी रखेंगे।



(Aabhar Air News)