केरल कलामंडलम की
चांसलर मल्लिका साराभाई ने "समूथिरी गुरुवायुरप्पन कॉलेज अनुभव चरित्रम"
का विमोचन किया, जो कोझिकोड में ज़मोरिन द्वारा स्थापित पोक्कुन्नू
में कॉलेज के 150 साल के इतिहास की एक कथा है। अपने संबोधन में सुश्री
साराभाई ने कहा कि किताबें और संगीत आंसू और मुस्कुराहट दोनों पैदा करते हैं, खासकर ऐसे समय में जब घृणा, भय और व्यापक असुरक्षा
का बोलबाला हो। ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित लगभग 600 पन्नों की पुस्तक में
ज़मोरिन के गुरुवायुरप्पन कॉलेज के पूर्व प्रोफेसरों, छात्रों और शुभचिंतकों द्वारा योगदान किए गए लेख शामिल हैं।