प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की जैव-अर्थव्यवस्था पिछले आठ वर्षों में आठ गुना बढ़ी है और यह 10 अरब डॉलर से बढ़कर 80 अरब डॉलर हो गई है। आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो-2022 का उद्घाटन करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत बायोटेक के वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष 10 देशों के समूह में पहुंचने से बहुत दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने दुनिया भर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।


 प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दशक भारत का टेकेड कहलायेगा। उन्होंने कहा कि आज जब भारत स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहा है, बायोटेक क्षेत्र अगले 25 वर्षों के लिए विकास की पहल को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


 श्री मोदी ने कहा कि जनसंख्या में विविधता, जलवायु, प्रतिभाशाली मानव संसाधन, व्यापार में सुगमता, जैव उत्पादों की बढ़ती मांग और भारत के बायोटेक क्षेत्र की सफलता तथा ट्रैक रिकॉर्ड ने देश की शक्ति को कई गुना मजबूत किया है।


 उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी अब विभिन्न क्षेत्रों में विकास का केंद्र बिन्दु बना हुआ है। श्री मोदी ने कहा कि भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में सरकार के अभूतपूर्व निवेश ने बायोटेक क्षेत्र को गति प्रदान की है।


 दो दिन तक चलने वाला बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो-2022 का आयोजन जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद की स्थापना के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया है। 


 प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत ने पेट्रोल में दस प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया है और 2030 से पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को भी पांच साल कम कर दिया है। श्री मोदी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास मंत्र विभिन्न क्षेत्रों पर लागू है और अब सभी क्षेत्रों को पूरे सरकारी तंत्र में बढ़ावा दिया जा रहा है।


 इस अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार स्थायी स्टार्टअप के लिए काम कर रही है।


   एक्सपो उद्यमियों, निवेशकों, उद्योग जगत के नेताओं, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, जैव-इनक्यूबेटरों, निर्माताओं, नियामकों, सरकारी अधिकारियों आदि को जोड़ने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा। एक्सपो में लगभग तीन सौ स्टाल लगाए गए हैं। (Aabhar Air News)