केन्द्र सरकार ने सैन्य बलों में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत चुने गए युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। उन्होंने बताया कि अग्निवीरों को आकर्षक मासिक पैकेज और तीनों सेनाओं में लागू जोखिम तथा कठिनाई भत्ता दिया जाएगा। उनका कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें एकमुश्त सेवानिधि पैकेज दिया जाएगा। इस योजना को सुरक्षा से संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति ने स्वीकृति प्रदान की। इसके अंतर्गत देशभक्त और उत्साही युवाओं को सैन्यबलों में चार वर्ष के लिए नियुक्त किया जाएगा। इस वर्ष 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगाी। तीनों सेनाओं की मानव संसाधन नीति में नये युग की शुरुआत के लिए सरकार ने यह बड़ा रक्षा नीति सुधार किया है।
वायुसेना अध्यक्ष चीफ मार्शल वी.आर.चौधरी ने कहा कि इस योजना से देश के प्रतिभाशाली युवाओं को वायुसेना में सेवाएं प्रदान करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि वायुसेना, अग्निवीरों को विमानन, हथियारों और ग्राउंड सिस्टम के बारे में प्रशिक्षण देगी।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरिकुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना नये युग की परिकल्पना है। उन्होंने कहा कि इससे सैन्यबलों के मानव संसाधन प्रबंधन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एडमिरल हरिकुमार ने बताया कि इसमें महिलाओं को भी नियुक्त किया जाएगा।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय ने कहा कि अग्निपथ योजना सेना और देश के लिए एक रूपांतरण सुधार है। उन्होंने कहा कि इस योजना से युवाओं और अनुभवी कर्मियों के बीच संतुलन स्थापित होगा।
अग्निवीरों को तीस से चालीस हजार रुपये मासिक वेतन और भत्ते दिए जाएंगे। सेवानिधि को आयकर से छूट होगी। अग्निवीर, ग्रैज्युटी और पेंशन के अन्य लाभ के पात्र नहीं होंगे। उन्हें 48 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा, जिसके लिए उन्हें कोई भुगतान नहीं करना होगा।
अग्निवीरों को विभिन्न सैन्य कौशल, शारीरिक फिटनेस, और वीरता, देशभक्ति तथा नेतृत्व के गुणों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हमारे संवाददाता ने बताया कि इसके लिए ऑनलाइन केन्द्रीकृत व्यवस्था के माध्यम से पंजीकरण करवाना होगा। इसके लिए आयु सीमा 17 वर्ष पांच महीने से 21 वर्ष तक रखी गई है। जनरल डयूटी सैनिक के लिए शैक्षिक योग्यता दसवीं निर्धारित की गई है।
पूर्व एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने आकाशवाणी से विशेष बातचीत में कहा कि अग्निपथ योजना एक बड़ी परिवर्तनकारी योजना है। इससे रक्षा सेवाओं और देश को काफी फायदा होगा। (Aabhar Air News)