भगवान बुद्ध से संबद्ध चार पवित्र अवशेष कल कपिलवस्तु से मंगोलिया में गंदन मठ के बत्त्सगान मंदिर सभा भवन में बड़ी श्रद्धा के साथ प्रदर्शनी के लिए ऱखे गए। इस अवसर पर कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सदियों पहले बौद्ध धर्म भारत के हिमालयी क्षेत्रों से मंगोलिया पहुंचा और अनमोल साझा विरासत का हिस्सा बन गया। उन्होंने कहा कि यह आध्यात्मिक जुड़ाव दोनों देशों के लोगों को बांधे रखता है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि मंगोलियाई बौद्ध अवशेष भी भारतीय अवशेषों के साथ गंदन मठ में प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच बेजोड़ आध्यात्मिक संबंध को और मजबूत करते हैं।
इस अवसर पर मंगोलिया की संसद के अध्यक्ष ज़ंदनशतर गोम्बोजव ने ग्यारह दिन तक पवित्र अवशेष प्रदर्शित करने की अनुमति के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार श्री रिजिजू के नेतृत्व में 25 सदस्यों के शिष्टमंडल के साथ सोमवार को पवित्र अवशेष ग्यारह दिन तक प्रदर्शित किए जाने के लिए मंगोलिया पहुंचे। ये अवशेष भारत के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय संग्राहलय में रखे गए 22 विशेष अवशेषों से संबद्ध हैं। (Aabhar Air News)