प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी चीन की मेजबानी में आयोजित 14वें ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन से जुडे वैश्विक विकास पर उच्‍चस्‍तरीय संवाद ‍में भाग लेंगे। ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन के बाद कल जारी पेइचिंग घोषणा में कहा गया है कि सदस्‍य देशों को वैश्विक विकास पर उच्‍चस्‍तरीय संवाद, ब्रिक्‍स भागीदारी के खुले और समावेशी स्‍वरूप तथा उभरती अर्थव्‍यवस्‍थाओं के साथ सहयोग बढाने का स्‍वागत करना चाहिए। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि इस संवाद से अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग और एकता को नया बल मिलेगा, जिससे स्‍थायी विकास के लिए 2030 का एजेण्‍डा लागू करने में मदद मिलेगी। ब्रिक्स देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने कल ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन में राजनीतिक, आर्थिक, सांस्‍कृतिक और मानवीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।
घोषणा में कहा गया है कि ब्रिक्‍स उच्‍चस्‍तरीय संवाद, कोविड महामारी के खिलाफ संघर्ष, डिजिटल क्रांति, उद्योंगों और आपूर्ति श्रृंखला में स्थिरता तथा कार्बन की मात्रा कम रखने जैसे मुद्दों पर सहयोग बढाने का अवसर है।
इससे पहले, 23 मई को ब्रिक्‍स देशों के विदेश मंत्रियों की वचुर्अल बैठक हुई थी, जिसमें संयुक्‍त अरब अमारात, सउदी अरब, मिस्र, कजाकिस्‍तान, इण्‍डोनेशिया, अर्जेन्‍टीना, नाईजीरिया, सेनेगल और थाईलैण्‍ड के मंत्रियों ने हिस्‍सा लिया था। (Aabhar Air News)