गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि देश में सहकारिता क्षेत्र का और विस्तार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रीय स्तर के सहकारिता विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। वे कल महाराष्ट्र के पुणे में वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारिता प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री शाह ने कहा कि स्वतंत्रता-पूर्व अवधि से ही इस क्षेत्र ने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता नीति तैयार की जा रही है जिसे देशभर में लागू किया जाएगा ताकि सहकारिता आंदोलन को बढावा दिया जा सके।
सावित्री बाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर नितिन करमाल्कर, सहकारिता मंत्रालय के सचिव देवेन्द्र कुमार सिंह, अपर सचिव विजय कुमार, वैमिनीकॉम की निदेशक हेमा यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री शाह ने इस अवसर पर सहकार संदर्भ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक कृषि समितियों को आधुनिक बनाया जाएगा और उन्हें जिला और राज्य सहकारी बैंकों के साथ जोडा जाएगा। इन्हें राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण बैंक-नाबार्ड से भी सम्बद्ध किया जाएगा। इससे देश में सहकारिता क्षेत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की दो दिन की यात्रा के दौरान पुणे में केन्द्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के नये भवन और एन डी आर एफ की पांचवीं बटालियन के नये परिसर का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने पुणे नगर निगम के विस्तारित नये भवन में स्थापित डॉक्टर बाबा साहेब आम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया और पुणे नगर निगम परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पुणे के विकास के लिए वचनबद्ध है। (Aabhar Air News)