प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि मोबाइल फोन कंपनी वीवो इंडिया ने भारत में कर देयता से बचने के लिए 2017 से 2021 के दौरान चीन को करीब 62 हजार 476 करोड़ रुपये भेजे हैं। निदेशालय ने कहा कि धोखाधड़ी से शामिल की गईं 18 कंपनियों ने वीवो इंडिया को टर्नओवर की 50 प्रतिशत राशि भारत से बाहर, मुख्य रूप चीन भेजने में मदद की। एजेंसी ने कहा कि धन शोधन रोकथान अधिनियम के प्रावधानों के तहत अब तक कंपनियों की एक सौ 19 बैंक खातों की चार सौ 65 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई है।
इस बीच विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत में काम कर रही चीनी कंपनियों को देश के कानून का पालन करना होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इस मामले में देश के कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। (Aabhar Air News)