जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान में आज भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक रखा गया है। श्री आबे को कल सुबह पश्चिमी जापान में चुनावी भाषण के दौरान गोली मार दी गई थी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि शिंजो आबे महान राजनेता थे और वे इतने मिलनसार थे कि दुनियाभर में उन्हें पसंद किया जाता था। उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिंज़ो आबे ने भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में एक समारोह में कहा कि वे इस घटना से स्तब्ध हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि श्री शिंजो आबे जापान के उत्कृष्ट नेता, उच्च वैश्विक राजनेता और भारत-जापान संबंधों के बड़े समर्थक थे। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना प्रिय मित्र तथा विश्व ने एक महान दृष्टा खो दिया है। श्री शिंजो आबे को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि वर्ष 2007 में गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर जापान यात्रा के दौरान वे पहली बार श्री आबे से मिले। पहली मुलाकात के बाद से ही दोनों की मित्रता आधिकारिक प्रोटोकॉल के दायरे से ऊपर उठकर घनिष्ठ होती चली गई। श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2007 और 2012 के बीच और हाल ही में वर्ष 2020 के बाद श्री आबे जब प्रधानमंत्री के पद पर नहीं थे तब भी दोनों के व्यक्तिगत संबंध मजबूत रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और जापान के बीच रणनीतिक साझेदारी में अभूतपूर्व बदलाव लाने के लिए उन्हें श्री आबे के साथ कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। श्री मोदी ने कहा कि श्री आबे भारत के साथ असैन्य परमाणु समझौता लागू करवाने के प्रति कृतसंकल्प थे। उन्होंने भारत को हाई स्पीड रेल यानी बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए उदार शर्तों पर ऋण दिलवाने में निर्णायक भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-जापान संबंधों में श्री शिंजो आबे के योगदान के लिए वर्ष 2021 में उन्हें प्रतिष्ठित पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान में राष्ट्रीय शोक के कारण आज राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में चेंज ऑफ गार्ड समारोह नहीं होगा।