प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल भारत, इस्राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमरीका के समूह- आई टू यू टू के नेताओं के पहले शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन वर्चुअल माध्यम से आयोजित होगा जिसमें इस्राइल के प्रधानमंत्री याएर लपिड, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नहयान और अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी हिस्सा लेंगे।
ये सभी नेता समूह की रूपरेखा के अंतर्गत संभावित संयुक्त परियोजनाओं और साझा हित के अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों और बाहरी क्षेत्रों में व्यापार तथा निवेश में आर्थिक सहभागिता मजबूत करने पर बातचीत करेंगे। ये परियोजनाये आर्थिक सहयोग के लिए मॉडल के रूप में कार्य कर सकती है और उद्यमियों तथा श्रमिकों के लिये अवसर प्रदान करेंगी।
आई टू यू टू समूह गठित करने का विचार पिछले वर्ष 18 अक्टूबर को इन चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान सामने आया । इस समूह में शामिल प्रत्येक देश सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर विचार-विमर्श के लिए नियमित अंतराल पर शेरपा स्तर की बैठक आयोजित करते हैं।
समूह का उद्देश्य जल, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा जैसे छह क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को बढावा देना है। आई टू यू टू, बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने में निजी क्षेत्र की पूंजी और विशेषज्ञता का इस्तेमाल करने, उद्योगों के लिए कम कार्बन उत्सर्जन के उपाय ढूंढने, जन-स्वास्थ्य में सुधार और उभरती महत्वपूर्ण हरित तकनीक के विकास को बढावा देगा। (Aabhar Air News)