जाने-माने पार्श्व गायक भूपिंदर सिंह का कल शाम मुंबई में निधन हो गया। उनकी पत्नी और गायिका मिताली सिंह ने बताया कि वे कुछ समय से कई बीमारियों से पीड़ित थे। 82 साल के भूपिंदर सिंह ने अपने कैरियर की शुरुआत आकाशवाणी से की थी और वे दिल्ली दूरदर्शन से भी जुड़े रहे। उन्होंने फिल्मों में कई गीतों को अपनी मधुर आवाज दी। उन्हें "मौसम", "सत्ते पे सत्ता", "आहिस्ता आहिस्ता", "दूरियां", "हकीकत" और कई अन्य फिल्मों में सुरीले गीतों के लिए याद किया जाता है। मोहम्मद रफ़ी, तलत महमूद और मन्ना डे के साथ उनके कई गाने लोकप्रिय हुए। इन गीतों में "होके मजबूर मुझे, उसने भुलाया होगा", "दिल ढूंढ़ता है", "दुक्की पे दुक्की हो या सत्ते पे सत्ता, जैसे कई गीत शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रख्यात गायक और संगीतकार भूपिंदर सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। श्री मोदी ने ट्वीट में कहा कि भूपिंदर सिंह ने दशकों तक यादगार गीतों को अपनी मधुर आवाज दी और उनके कार्यों ने लोगों को प्रभावित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दुख की घड़ी में उनकी संवेदनाएं भूपिंदर सिंह के परिवार और उनके प्रशंसकों के साथ हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रख्यात गायक भूपिंदर सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। एक ट्वीट में, श्री ठाकुर ने कहा कि उनके गीतों ने संगीत प्रेमियों की कई पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया और वे अपने संगीत के जरिए प्रशंसकों के दिलों में हमेशा रहेंगे। उन्होंने भूपिंदर सिंह के परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। (Aabhar Air News)