संसद के दोनों सदनों में मूल्यवृद्धि और जरूरी चीजों पर जीएसटी दरों में बढोतरी को लेकर कार्यवाही लगातार तीसरे दिन भी बाधित रही।
लोकसभा में सदन की बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्‍य मूल्‍यवृद्धि के विरोध में नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गए। इस दौरान कांग्रेस के सदस्‍य दूध और छाछ के पैकेट लहराते हुए दिखाई दिए। अध्‍यक्ष ओम बिडला ने सदस्‍यों से आग्रह किया कि वे अपनी सीटों पर बैठ जाएं और चर्चा में भाग लें। अध्‍यक्ष ने कहा कि अधिकतर सदस्‍य चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही चले। श्री बिडला ने सदस्‍यों से कहा कि शून्‍यकाल में उन्‍हें अपने मुद्दे उठाने का मौका दिया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्‍हाद जोशी ने भी विपक्षी सदस्‍यों से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। हंगामा जारी रहने पर अध्‍यक्ष ने कार्यवाही दो बजे तक स्‍थगित कर दी।
 
राज्‍यसभा में भी कुछ इसी तरह की स्थिति रही। सदन की बैठक शुरू होने पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने मूल्‍यवृद्धि का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जरूरी वस्‍तुओं पर जी एस टी दरों में बढोतरी से आम आदमी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्‍होंने कहा कि चावल, गेहूं, आटा और दूध की कीमतें बढना लोगों के हित में नहीं है। सभापति एम. वेंकैया नायडु ने श्री खडगे को बीच में टोकते हुए कहा कि वे सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं। इसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित विपक्षी सदस्‍य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये।
 
तृणमूल कांग्रेस, डी एम के पार्टी, वामपंथी और अन्‍य दलों के सदस्‍य भी सदन के बीचोंबीच आ गये। शोरशराबे के बीच श्री नायडु ने सदन की कार्यवाही चलाने का प्रयास किया और विपक्षी सदस्‍यों से सदन का कामकाज चलने देने को कहा लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्‍थगित कर दी।
इससे पहले सभापति ने मनोनीत सदस्‍य पी.टी.ऊषा को राज्‍यसभा सदस्‍य के रूप में शपथ दिलाई।  (Aabhar Air News)