रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार की नियमित यात्री रेलगाडियों का संचालन प्राइवेट आपरेटरों को सौंपने की कोई योजना नहीं है। लोकसभा में एक लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि आईआरसीटीसी दिल्ली-लखनऊ और अहमदाबाद-मुम्बई रेलमार्ग पर अभी दो तेजस 'कॉरपोरेट' रेलगाड़ी चला रही है। उन्होंने बताया कि लखनऊ-दिल्ली रेलमार्ग पर तेजस रेलगाड़ी ने 2019-20 में दो करोड़ 30 लाख रुपए का लाभ दर्ज किया था, लेकिन उसके बाद अगले दो वित्त वर्ष में इसे हानि हुई। रेलमंत्री ने बताया कि छूट की लागत रेलवे पर भारी पड़ी, इसलिए वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी श्रेणी के यात्रियों को छूट जारी रखना वांछनीय नहीं है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद रेलवे ने चार श्रेणी में यात्री किराए में छूट देना जारी रखा जिसमें दिव्यांग व्यक्ति, 11 तरह की बीमारियों से ग्रस्त लोग और छात्र शामिल हैं। (Aabhar Air News)