प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कल नई दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। साइबर सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और आधारभूत ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में छह समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए गए। भारत-मालदीव विकास सहयोग के अंतर्गत मालदीव के 34 द्वीपों में सुधार, जल आपूर्ति, स्वच्छता और अड्डू में सड़कों की मरम्मत, तटीय इलाकों में मिट्टी के भराव सहित जुम्मा मस्जिद की मरम्मत परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिन्‍द महासागर क्षेत्र में अन्‍तर्राष्‍ट्रीय अपराध, आतंकवाद और नशीले पदार्थों की तस्‍करी का मुद्दा गम्‍भीर है, इसलिए पूरे क्षेत्र की शान्ति और स्थिरता के लिए रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और मॉलदीव के बीच निकट सम्‍पर्क और समन्‍वय महत्‍वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-मॉलदीव सहभागिता न सिर्फ दोनों देशों के नागरिकों के हित में काम कर रही है, बल्कि किसी भी जरूरत के समय या मॉलदीव में संकट की स्थिति में उसकी मदद के लिए आगे आने वाला सबसे पहला देश भारत रहा है और आगे भी रहेगा।
मॉलदीव के राष्‍ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के संबंध कूटनीति की सीमा से भी आगे हैं और उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच घनिष्‍ठ संबंधों की पुष्टि होती है।
मॉलदीव में भारत के उच्चायुक्त मुनु महावर ने नई दिल्ली में बताय़ा कि कई प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और समीक्षा भी की गई। उन्होंने कहा कि कोविड के बावजूद दोनों देशों का आपसी व्यापार 31 प्रतिशत बढा है। (Aabhar Air News)