रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उदयपुर में आज एक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक मजबूत विश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में बदल रहा है, जो किसी भी तरह के खतरों और चुनौतियों से निपटने में सक्षम है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज जोर देकर कहा कि भारत ने आज तक किसी देश पर आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की एक इंच जमीन पर कब्जा किया है, लेकिन अगर किसी ने हमारी संप्रभुता, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
रक्षामंत्री ने उदयपुर में आज एक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक मजबूत विश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में बदल रहा है, जो किसी भी तरह के खतरों और चुनौतियों से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्ष के दौरान सरकार के कदमों से सशस्त्र सेनाओं में नया आत्मविश्वास आया है। उन्होंने कहा कि भारत के सशस्त्र बलों ने 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपनी जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन किया। यह इसका सबूत है कि भारत के सैन्य शक्ति किसी भी देश से कम नहीं है।
श्री सिंह ने राष्ट्र को आश्वस्त किया कि भारत विरोधी तत्वों से जनता को बचाने के लिए सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी गई है और मजबूत और आत्मविश्वासी भारत शक्तिशाली देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को बढावा देने के लिए उठाये गए कदमों का उल्लेख किया और कहा कि स्वदेश में निर्मित 310 उत्पादों की सूची जारी की गई है। केन्द्रीय आम बजट में 2022-23 में 68 प्रतिशत भारी उपकरणों की खरीद घरेलू उद्योगों से करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मेक इंडिया मेक फॉर दॉ वर्ल्ड को ध्यान में रखते हुए विदेशी कम्पनियों को भारत में विनिर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे घरेल रक्षा उद्योग को मजबूती मिलेगी।
श्री सिंह ने कहा कि सरकार के प्रयासों के परिणाम सामने आने लगे हैं। भारत अपनी जरूरतों को पूरा कर ही रहा है साथ ही अन्य देशों की आवश्यकताओं की भी पूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि आठ वर्ष पहले रक्षा निर्यात तकरीबन नौ सौ करोड़ रुपये का था जो अब 13 हजार करोड़ रुपये का हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक दो दशमलव सात पांच लाख करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह हासिल कर लिया जाएगा।
रक्षामंत्री ने दोहराया कि सरकार न केवल देश में रह रहे भारतीयों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है बल्कि दुनिया के अन्य हिस्सों में रह रहे भारतीयों के लिए भी हमेशा तैयार है। (Aabhar Air News)