प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार यह सुनिश्‍चित कर रही है कि कमजोर आर्थिक स्थिति वाले लोगों की अब अनदेखी न की जा सके। उन्‍होंने कहा कि छोटे किसान, छोटे व्‍यापारी, मछुआरे, रेहड़ी पटरी वाले और ऐसे ही करोड़़ों लोगों को अब पहली बार देश के विकास का लाभ मिलने लगा है। उन्‍होंने कल मंगलुरू में तीन हजार आठ सौ करोड़ रुपये लागत की यांत्रिकरण और औद्योगिकरण परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्‍यास करने के बाद यह बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाों से कर्नाटक में जीवनस्‍तर और रोजगार में वृद्धि होगी। उन्‍होंने कहा कि एक जिला और एक उत्‍पाद योजना से इस क्षेत्र के मछुआरों, किसानों और कारीगरों को अपने उत्‍पादों के लिए बाजार उपलब्‍ध होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के विकास से जुड़े प्रत्‍येक क्षेत्र अब पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश का सेवा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि उत्‍पादकता से जुड़ी प्रोत्‍साहन योजनाओं का प्रभाव साफ तौर पर वि-निर्माण क्षेत्र में देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से पंचप्रण का उद्घोष भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित बनाने के लिए देश के वि-निर्माण क्षेत्र का विस्तार करके मेक इन इंडिया का रूप देना अत्यधिक आवश्यक है।
बंदरगाह आधारित विकास की दिशा में किए गए प्रयासों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विकास का महत्वपूर्ण मंत्र है। इस तरह के प्रयासों के परिणाम स्वरूप भारत की बंदरगाह क्षमता मात्र आठ वर्षों में दो गुनी हो गई है। श्री मोदी ने कहा कि हमें देश की साढ़े सात हजार किलोमीटर तटीय क्षेत्र का पूरी क्षमता के साथ लाभ उठाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि पर्यटन बढ़ने से देश का लघु उद्योग, उसके कारीगर, ग्रामीण उद्योग, रेहड़ी पटरी वाले, ऑटो और टेक्‍सी चालक और ऐसे ही कई अन्‍य लोगों को लाभ मिलता है।
गत आठ वर्षों के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा कि देश में गरीबों के लिए तीन करोड़ से अधिक मकान बनाए गए हैं। कर्नाटक में गरीबों के लिए आठ लाख से अधिक पक्के मकानों की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत देश के छह करोड़ से अधिक घरों को मात्र तीन वर्ष में पाइप के जरिए पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करा दी गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुषमान भारत योजना के अंतर्गत लगभग चार करोड़ गरीबों को अस्पताल में भर्ती के दौरान निशुल्क उपचार मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बनाई गई नीतियों और निर्णयों ने भारत के विकास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई। 
प्रधानमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव का भी जिक्र किया। उन्होंने गुलामी की जंजीरों से देश को मुक्त कराने में रानी अब्बाक्का और रानी चेन्नाभैरा देवी के संघर्ष का भी स्मरण किया।
इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत, मुख्यमंत्री बासव राज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और सर्बानंद सोनोवाल भी उपस्थित थे।
इससे पहले कल प्रधामनंत्री ने कोचीन शिपयार्ड में देश का पहला स्‍वदेशी विमान वाहक पोत विक्रांत राष्‍ट्र को समर्पित किया। उन्‍होंने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का पल है। श्री मोदी ने इस अवसर पर भारतीय नौसेना के नये ध्‍वज का भी अनावरण किया। उन्‍होंने कहा कि यह भारत के लिए ऐतिहासिक दिन है। श्री मोदी कहा कि चाहे क्षेत्रीय सुरक्षा की बात हो आर्थिक सुरक्षा भारत में असीम अवसर विद्यमान हैं। (Aabhar Air News)