बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत की चार दिन की यात्रा पर आज नई दिल्ली आ रही हैं। इस दौरान वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे। श्रीमती हसीना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कल द्विपक्षीय विचार विमर्श करेंगी। विदेशमंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर आज शाम उनसे मुलाकात करेंगे।
बंगलादेश की प्रधानमंत्री पिछली बार अक्तूबर, 2019 में भारत आई थीं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों देशों नें हाल के वर्षों में कई स्तरों पर लगातार संपर्क बनाए रखा है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी यात्रा से पहले भारत को परखा हुआ मित्र बताया और कहा कि वह जरुरत के समय हमेशा बांग्लादेश के साथ खड़ा रहा है। एक समाचार एजेंसी के साथ साक्षात्कार में प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि भारत ने न केवल मुक्ति संग्राम में, बल्कि बाद में भी बांग्लादेश का साथ दिया। भारत को सबसे करीबी पडोसी देश बताते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा कि वह हमेशा पडोसी राष्ट्रों के साथ मित्रता को महत्व और प्राथमिकता देती हैं। जमीनी और समुद्री सीमा से संबंधित समझौतों, शरणार्थियों की वापसी और अन्य मामलों की चर्चा करते हुए श्रीमती हसीना ने कहा कि दोनों देशों के बीच मतभेदों का समाधान बातचीत और चर्चा के माध्यम से किया गया है।
सभी से मित्रता और किसी के प्रति द्वेष नहीं रखने के बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान द्वारा स्थापित बांग्लादेश की विदेश नीति के मूल सिद्धांत को रेखांकित करते हुए श्रीमती हसीना ने कहा कि बांग्लादेश का उद्देश्य अन्य राष्ट्रों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों के जरिए अपनी जनता की खुशहाली सुनिश्चित करना है।
श्रीमती हसीना ने कोविड महामारी के दौरान भारत की ओर से मिले सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी समारोहों के दौरान अपनी यात्रा में सकारात्मक रूख प्रकट किए। उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष शुरू होने पर वहां फंसे बांग्लादेश और अन्य पडोसी देशों के नागरिकों की वापसी में मदद के लिए भी भारत की सराहना की। (Aabhar Air News)