केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली आबाकरी नीति मामले में जांच जारी है और किसी भी आरोपी को क्लीनचिट नहीं दी गई है। सी.बी.आई. ने एक बयान में कहा कि इस मामले में एक आरोपी दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का भ्रामक बयान जांच से ध्यान हटाने की कोशिश है।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने श्री मनीष सिसोदिया के इस आरोप का सख्ती से खण्डन किया कि सीबीआई के प्रभारी कानूनी उप-सलाहकर जितेन्द्र कुमार ने उनके खिलाफ बेबुनियाद मामला दायर कराने के दवाब के कारण आत्महत्या की। जांच एजेंसी ने कहा कि श्री सिसोदिया का आरोप द्वेषपूर्ण और गुमराह करने वाला है। सी.बी.आई. ने स्पष्ट किया कि जितेन्द्र कुमार आबकारी मामले की जांच से जुड़े नहीं थे।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, जितेन्द्र कुमार ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आम आदमी पार्टी और इसके पांच नेताओं को उनके निराधार, अपमानजनक और द्वेषपूर्ण आरोपों को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है। ये नेता हैं- आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह। इन लोगों ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग से जुड़े वर्ष 2016 के एक मामले में उपराज्यपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इन नेताओं को 48 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है। (Aabhar Air News)