प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि कर्तव्यपथ केवल ईंटों और पत्थरों से बनी सडक नहीं है बल्कि भारत के लोकतांत्रिक अतीत और सर्वकालीन आदर्शों का जीवंत उदाहरण है।
प्रधानमंत्री ने पिछले आठ वर्षों में सरकार के निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की छाप रही है।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के शौर्य और बलिदान का स्मरण करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत का गौरवमय इतिहास देश के युवाओं में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर देश ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के विचारों का अनुसरण किया होता तो वह आज अभूतपूर्व शिखर तक पहुंच गया होता।
प्रधानमंत्री ने लोगों से दासता की बेड़ियों को पूर्ण रूप से त्यागने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन न तो संकल्प यात्रा की शुरुआत है न ही अंत। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की ग्रेनाइट की प्रतिमा 28 फुट ऊंची है और इसे इंडिया गेट के निकट छतरी के नीचे लगाया गया है। (Aabhar Air News)