केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड टीकाकरण की दर बढ़ाने और संक्रमण रोकने के उपाय सख्ती से लागू करने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशकों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि वे कोविड के विरुद्ध संघर्ष को कमजोर न पड़ने दें और ओमिक्रॉन संक्रमण से निपटने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर राज्यों की तैयारी और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की। श्री भूषण ने कहा कि संक्रमण का फैलाव रोकने, जांच और निगरानी, चिकित्सीय प्रबंधन, कोविड से बचाव के आवश्यक उपाय और टीकाकरण को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। उन्होंने राज्यों से कहा कि सभी जिलों में डेल्टा और ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या, संक्रमण प्रसार की दर, नए संक्रमण ग्रस्त इलाकों की पहचान और संक्रमण को रोकने के उपायों पर पैनी नजर बनाए रखने की जरूरत है।


श्री भूषण ने राज्यों को सलाह दी कि वे रात का कर्फ्यू लगाएं और खासकर त्योहारों के को देखते हुए भीड़ इकट्ठी होने से रोकने के उपाय सुनिश्चित करें। राज्यों से यह भी कहा गया कि वे संक्रमित इलाकों और बफर जोन के बारे में नियमित रूप से जानकारी उपलब्ध कराएं। चुनाव की संभावना वाले राज्यों और कम टीकाकरण वाले जिलों में टीकाकरण तेज करने की सलाह दी गई ताकि सभी पात्र लोगों को टीके की पहली और दूसरी डोज सुनिश्चित की जा सके।


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि संक्रमण दर में दस प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने अथवा अस्पतालों में ऑक्सीजन की जरूरत वाले बिस्तर 40 प्रतिशत से अधिक भर जाने की स्थिति में जिला और स्थानीय प्रशासन को संक्रमण रोकने के सभी उपाय सख्ती से लागू करने होंगे। राज्यों को सलाह दी गई है कि वे कोई भी प्रतिबंध कम से कम 14 दिन के लिए लगाएं।


मौजूदा राष्ट्रीय चिकित्सा प्रबंधन प्रोटोकॉल में ओमिक्रॉन को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है।            (Aabhar Air News)