भारत और चीन बृहस्पतिवार को गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स-पी पी -15 से सेना हटाने की प्रकिया आरंभ करने के बाद बातचीत और आगे बढ़ाने, वास्तविक नियंत्रण रेखा के अन्य मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सद्भाव बनाये रखने पर सहमत हो गए हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स पीपी -15 क्षेत्र से सेना हटाए जाने की शुरुआत एक सकारात्मक कदम है जो सीमा पर शांति स्थापना में सहायक है। प्रवक्ता ने कहा कि चीन संवाद के ज़रिए सभी मुद्दों के समुचित समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। सुश्री माओ निंग ने कहा कि सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर कई दौर की बातचीत के बाद आपसी सहमति बनी है जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता कायम हो सकेगी।


चीनी प्रवक्ता ने आशा व्यक्त की कि इससे द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इससे पहले भारत लगातार कहता रहा है कि द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति ज़रूरी है।


समझौते के अनुसार दोनों पक्षों ने इस क्षेत्र में चरणबद्ध, समन्वित और प्रमाणित रूप से अग्रिम क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती रोकने और अपने-अपने क्षेत्रों में वापस भेजने का फैसला किया है। दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी ढांचे और अन्य बुनियादी ढांचे तोड़ने पर भी सहमति बनी है। दोनों पक्ष क्षेत्र में पूर्व स्थिति बहाल करेंगे। समझौते में कहा गया है कि इस क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा का दोनों पक्ष कड़ाई से पालन और सम्मान करेंगे और यथास्थिति में कोई एकतरफा बदलाव नहीं किया जाएगा।

 (Aabhar Air News)