प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया के समक्ष यह सिद्ध कर दिया है कि जब वह प्रौद्योगिकी को अपनाने या नवाचार की बात करता है तो वह किसी से पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहलों ने शासन में लागू किए जाने वाले अभिनव फिनटेक समाधानों के द्वार खोल दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से वित्तीय प्रौद्योगिकी पर विचार नेतृत्व मंच-इन्फिनिटी फोरम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम की मेजबानी गुजरात अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रौद्योगिकी सिटी और ब्लूमबर्ग के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र प्राधिकरण कर रहा है। भारत सरकार के तत्वावधान में हो रहे इस आयोजन की पहली कड़ी में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन साझेदार देश हैं।
फिनटेक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, श्री मोदी ने कहा कि इस मंच के पास देश में अपार संभावनाएं हैं और अब इन पहलों को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि यह क्रांति देश के प्रत्येक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण में मदद करेगी। श्री मोदी ने कहा कि फिनटेक मंच चार स्तंभों - आय, निवेश, बीमा और संस्थागत साख पर टिका हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस दुनियाभर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश में पिछले साल पहली बार मोबाइल भुगतान एटीएम नकद निकासी से अधिक हो गया और पूरी तरह से डिजिटल बैंक एक वास्तविकता बन गए हैं और एक दशक से भी कम समय में यह आम बात हो जाएगी।
गिफ्ट सिटी को फिनटेक दुनिया का प्रवेश द्वार बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह केवल एक आधार नहीं है, यह भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों, मांग, जनसांख्यिकी और विविधता का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि यह विचारों, नवाचार और निवेश के लिए भारत के खुलेपन का भी प्रतिनिधित्व करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्त एक अर्थव्यवस्था की जीवनदायिनी है और प्रौद्योगिकी इसकी वाहक है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय और सर्वोदय की प्राप्ति के लिए वित्त और प्रौद्योगिकी दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि दो दिवसीय यह आयोजन फिनटेक से संबंधित पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करने और समावेशी विकास के लिए इसका उपयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इन्फिनिटी फोरम की थीम - बियोंड यानी सर्वोच्च है। जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है यह फोरम में भाग लेने वालों को पारंपरिक मानसिकता और दृष्टिकोण से परे सोचने और स्पेसटैक, ग्रीनटैक, एग्रीटैक, क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसे नए रुझानों पर चर्चा करने के लिए प्रेरित करेगा। इन्फिनिटी फोरम, नीति, व्यापार और प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी लोगों को एक साथ लाएगा। इस दौरान वे चर्चा करेंगे कि कैसे फिनटैक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ समावेशी विकास और बड़े पैमाने पर मानवता की सेवा के लिए किया जा सकता है। फोरम में विभिन्न देशों के मंत्री, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक भाग लेंगे। नीति आयोग, इन्वेस्ट इंडिया, फिक्की और नैस्कॉम इस साल के इन्फिनिटी फोरम के प्रमुख भागीदार हैं। (Aabhar Air News)