प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहरों और शहरी क्षेत्रों के नियोजन में व्यापक दृष्टिकोण रखने का आग्रह किया है। गुजरात के गांधी नगर में भाजपा शासित नगर निकायों के महापौरों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि शहरी विकास का लक्ष्य केवल चुनाव जीतने के एक मात्र उद्देश्य से हासिल नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बार शहरों के लिए लाभकारी निर्णय केवल इसलिए नहीं लिए जाते कि उनसे चुनाव में हार का भय बना रहता है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को चुनाव केंद्रित होने की बजाय उपनगरों के विकास, बेहतर नियोजन और सड़क, स्ट्रीट लाइट, पानी और सीवरेज व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास पर ध्यान देना चाहिए। श्री मोदी ने बड़ी आबादी वाले महानगरों पर बोझ कम करने के लिए दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में आधारभूत ढांचे के विकास पर जोर दिया। सार्वजनिक परिवहन का बुनियादी ढांचा तैयार करने की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में मेट्रो रेल का नेटवर्क 250 किलोमीटर से भी कम था जो बढ़कर 750 किलोमीटर हो गया है। उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल नेटवर्क में और एक हजार किलोमीटर की बढ़ोत्तरी का काम चल रहा है। श्री मोदी ने कहा कि हम देश में 100 स्मार्ट शहर तैयार कर रहे हैं और इस दिशा में 75 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं।
श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास शहरी के अंतर्गत शहरों में आवास व्यवस्था एक बहुत बड़ी चुनौती है और सरकार ने अब तक गरीबों को एक करोड़ 25 लाख मकान आवंटित किए हैं। आवास परियोजनाओं के लिए बजट 2014 में 20 हजार करोड़ रुपए था जिसे बढ़ाकर दो लाख करोड़ रुपए कर दिया गया है।
गुजरात के गांधीनगर में दो दिन के मेयर सम्मेलन में 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भाजपा शासित नगर निकायों के 118 महापौर और उप-महापौर भाग ले रहे हैं। (Aabhar Air News)