विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने समेकित जैव परिशोधन संयंत्रों के नवाचार मिशन की रूपरेखा की शुरूआत करने की घोषणा की है। डॉ. सिंह ने अमरीका में वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्रवाई मंच में सतत जैव ऊर्जा और जैव परिशोधन संयंत्रों पर आयोजित पहले गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि यह रूपरेखा ब्राजील, कनाडा, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के सहयोग और राय के आधार पर तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि मिशन का उद्देश्य अगले पांच वर्षों में अधिक से अधिक वैश्विक सहयोग और ऊर्जा अनुसंधान, विकास और कार्य क्षमता के लिए वित्त पोषण में बढोतरी करना है। उन्होंने कहा कि भारत महत्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा हिस्सेदारी के साथ-साथ देश में ऊर्जा परिदृश्य को बदलने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष 2030 तक पांच सौ गीगावाट गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता तक पहुंचने के लिए सहमत हो गया है। (Aabhar Air News)