प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विश्‍व का धर्म गुरू होने के नाते भारत का दायित्‍व है कि वह सभी देशों में आध्‍यात्मिक के क्षेत्र में योगदान करे। श्री मोदी कल नई दिल्‍ली में श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के आयोजन के लिए गठित उच्‍च स्तरीय समिति की पहली बैठक की अध्‍यक्षता कर रहे थे। इस समिति की अधिसूचना 20 दिसंबर को जारी की गई थी। इसमें विविध क्षेत्रों से जुड़े 53 सदस्‍य शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने श्री अरविंदो की स्‍मृति में आयोजित किए जाने वाले समाराहों के बारे में अमूल्‍य सुझावों के लिए सदस्‍यों का आभार व्‍यक्‍त किया। श्री मोदी ने कहा कि श्री अरविंदो के जीवनदर्शन के दो पहलू क्रांति और विकास बहुत महत्‍वपूर्ण हैं। (Aabhar Air News)