वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि भारत विकसित और विकासशील देशों के जी-20 समूह की एक वर्ष की अध्यक्षता के दौरान बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत करने को प्राथमिकता देगा। वाशिंगटन में एक संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत करने की आवश्यकता है और महामारी या ऐसे दबाव वाली वैश्विक घटना से निपटने के लिए उनकी क्षमता भी बेहतर बनायी जानी चाहिए। वित्त मंत्री अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक की बैठक में शामिल होने के लिये अमरीका में हैं। उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय संस्थाएं पहले से अस्तित्व में हैं लेकिन कई समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है।

     

भारत एक दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 समूह की अध्यक्षता करेगा। इस दौरान भारत समूह की दो सौ से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा, जिसमें जी-20 के नेताओं का शिखर सम्मेलन भी शामिल है। यह सम्मेलन अगले वर्ष नौ और दस सितंबर को होगा। (Aabhar Air News)