अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वैश्विक वृद्धिदर वर्ष 2021 के छह प्रतिशत से कम होकर 2022 में तीन दशमलव दो प्रतिशत और 2023 में दो दशलमव सात प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। मुद्राकोष ने कहा कि वैश्विक वित्तीय संकट और महामारी के गंभीर दौर को छोड़कर, 2001 के बाद से यह सबसे धीमी वृद्धि दर होगी। मुद्राकोष ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं- अमरीका, चीन और यूरो क्षेत्र में आर्थिक धीमापन जारी रहेगा।
(Aabhar Air News)