केन्द्र ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर, गाम्बिया में कफ-सिरप पीने से 66 बच्चों की मौत के मामले की जांच के लिए चार सदस्यों की विशेषज्ञ समिति गठित की है। हरियाणा में सोनीपत स्थित कंपनी मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड ने खांसी की यह दवा बनायी थी। विशेषज्ञ समिति की अध्यक्षता औषध संबंधी राष्ट्रीय स्थायी समिति के उपाध्यक्ष डॉक्टर वाई.के. गुप्ता करेंगे। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद - राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे की डॉक्टर प्रज्ञा यादव, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र, नई दिल्ली के महामारी विज्ञान प्रभाग की डॉक्टर आरती बहल और केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के संयुक्त औषधि नियंत्रक डॉक्टर ए.के. प्रधान समिति के सदस्य होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार इस मामले पर पूरी तरह सतर्क है। सोनीपत की मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा इस कफ-सिरप का निर्माण रोक दिया गया है और प्रयोगशाला रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।

  (Aabhar Air News)