वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि वर्ष 2023-24 के केन्‍द्रीय बजट की शीर्ष प्राथमिकताओं में वृद्धि भी एक प्राथमिकता होगी। उन्‍होंने कहा कि अगला केन्‍द्रीय बजट ध्‍यान पूर्वक तैयार किया जाएगा जिसमें वृद्धि गति बनाए रखने पर जोर होगा। वित्‍त मंत्री ने वाशिंगटन में ब्रुकिंग्‍स संस्‍थान के एक कार्यक्रम में कहा कि आगामी बजट में मुद्रा स्‍फीति से उत्‍पन्‍न चिंताओं को दूर करने पर भी ध्‍यान दिया जायेगा। बढ़ते कर्ज और वित्‍तीय घाटे के मुद्दे पर सुश्री सीतारामन ने कहा कि पिछले दो बजट में केन्‍द्र सरकार ने कोविड महामारी के बाद अर्थव्‍यवस्‍था को पुनर्जीवित करने के लिए बढ़ते पूंजी व्‍यय पर ध्‍यान केंद्रित किया। भारत को हो रहे तत्‍काल जोखिम के बारे में वित्‍त मंत्री ने कहा कि ऊर्जा और उर्वरक आवश्‍यकताएं उन सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण चुनौतियों में है जिनका देश सामना कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर उर्वरक की बढती कीमतों के कारण संकट उत्‍पन्‍न हुआ है और यह ऊर्जा जरूरतों के साथ-साथ तत्‍काल एक चुनौती है।


कोविड महामारी के दौरान अर्थव्‍यवस्‍था व्‍यवस्थित करने के बारे में वित्‍त मंत्री ने कहा कि अर्थव्‍यवस्‍था के डिजिटीकरण की वजह से भारत लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्‍न उपलब्‍ध कराने में सफल रहा। उन्‍होंने कहा कि वित्‍तीय समावेशन अवसंरचना के कारण लोगों को तत्‍काल राहत दी गई।  (Aabhar Air News)