वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बुनियादी ढांचे में निवेश और अंतरराष्ट्रीय कराधान नियमों को सरल बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने समावेशी और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के लिए उप राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय संसाधनों को गतिशील करने पर बल दिया।अमरीका के वाशिंगटन में जी-20 देशों के वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक में सुश्री सीतारामन ने कहा कि विकासशील देशों में अंतरराष्ट्रीय कर नियमों को सरल, सुगमता से लागू किए जाने और सार्थक राजस्व अर्जित करने योग्य बनाया जाना चाहिए। वित्त मंत्री ने कर चोरी से बचाव के लिए प्रभावी कर रिपोर्टिंग और सूचनाओं के आदान-प्रदान की भी अपील की।

वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अनेक चुनौतियों का सामना कर रही है और संबंधित जोखिमों की रोकथाम सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत, जी-20 की अध्यक्षता को एक अवसर के साथ-साथ दायित्व भी मानता है।

 

सुश्री सीतारामन ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद में भरोसा बढ़ाने का पक्षधर है। उसका प्रयास एक दूसरे पर निर्भरता के महत्व को समझने तथा सुरक्षित, शांतिपूर्ण और समृद्ध विश्व के लिए सामूहिक प्रयास को प्रोत्साहित करने का है। उन्होंने कहा कि जी-20 के वित्तमंत्रियों ने हमेशा कठिन वैश्विक स्थितियों में एकजुटता दिखाई है और अपने मतभेदों को दरकिनार कर लोगों की स्मृद्धि के साझा लक्ष्य के लिए काम किया है। उन्होंने वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों से इसी एकजुटता के साथ आगे भी काम करने का आग्रह किया।(Aabhar Air News)