प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि राष्‍ट्र को अंग्रेजी शासन के दौरान सिख भाइयों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए। भारत के स्‍वाधीनता संग्राम में सिख भाइयों और बहनों के सर्वोच्‍च बलिदान को याद करते हुए श्री मोदी ने कहा कि जलियांवाला बाग इसका जीवन्‍त उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने आज गुजरात में कच्‍छ के लखपत साहिब गुरूद्वारा में गुरू नानकदेव जी के गुरू परब समारोह को वीडियो कान्‍फ्रेंस के माध्‍यम से संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि गुरू तेग बहादुर जी की औरंगजेब के खिलाफ साहसिक लडाई और उनका त्‍याग हमें सिखाता है कि धार्मिक कट्टरता के विरूद्ध कैसे लडा जाए।

श्री मोदी ने कहा कि दसवें गुरू, गुरू गोविन्‍द सिंह साहिब जी का जीवन भी बलिदानों के उदाहरणों से भरा हुआ है। उन्‍होंने कहा कि गुरू तेग बहादुर जीवन पर्यन्‍त मानवता के लिए दृढता से खडे़ रहे, जो भारत की आत्‍मा को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे गुरूओं का योगदान केवल समाज और आध्‍यात्‍म तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्‍होंने देश के प्रति अपनी सोच को प्रदर्शित किया और राष्‍ट्रीय एकता में अपना विश्‍वास व्‍यक्‍त किया। श्री मोदी ने कहा, गुजरात को इस बात पर गर्व है कि पंज प्‍यारे के चौथे सिख गुरू भाई मोखम सिंह, जिन्‍होंने खालसा पंथ की स्‍थापना की थी, वे गुजरात से संबंधित थे। उन्‍होंने बताया कि भाई मोखम सिंह की स्‍मृति में गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में भेंट द्वारका गुरूद्वारे का निर्माण किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि गुरूद्वारा साहिब की परम्‍परा और गुरू नानक देव जी के संदेशों ने भारत की राष्‍ट्रीय एकता में एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है।

श्री मोदी ने कहा कि प्रत्‍येक वर्ष 23 से 25 दिसम्‍बर तक गुजरात की सिख संगत लखपत साहिब गुरूद्वारा में गुरू नानक देव जी का गुरू परब का आयोजन करती है, जो गुरू नानक देव जी से ऐतिहासिक रूप से जुडा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनी यात्राओं के दौरान गुरू नानक देव जी लखपत में ठहरते थे। गुरूद्वारा लखपत साहिब में गुरू नानक देव जी की निशानी के रूप में लकडी की खडाऊ और गुरूमुखी की हस्‍तलिखित प्रति तथा पालकी मौजूद हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश 
''एक भारत श्रेष्‍ठ भारत'' के विचार से प्रेरित हो रहा है और यह नये भारत के निर्माण के उद्देश्‍य को पूरा करेगा। उन्‍होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता गरीबों की सेवा करना और देश के लोगों को उनके अधिकार प्रदान करना है।                                                                     (Aabhar Air News)