हिमाचल प्रदेश में अगले महीने की 12 तारीख को एकल चरण में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कराया जाएगा। मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। 68 सदस्यों की राज्य विधानसभा के लिए अधिसूचना इस महीने की 17 तारीख को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 अक्तूबर होगी। मतदान कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श चुनाव संहिता लागू हो गई है। नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 55 लाख से अधिक पात्र मतदाता हैं। आयोग प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम मतदान वाले बूथ की पहचान करेगा ताकि जागरूकता के जरिए मतदान में वृद्धि की जा सके। उन्होंने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के निर्वाचन आयोग का सुविधा पोर्टल उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को ऑनलाइन नामांकन और शपथपत्र दाखिल करने की सुविधा प्रदान करेगा। रैलियों और सभाओं के लिए अनुमति संबंधी आवेदन भी आयोग के पोर्टल के जरिए ऑनलाइन किए जा सकेंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने मताधिकार का महत्व समझें और अधिकतम संख्या में वोट डालने जाएं। श्री राजीव कुमार ने कहा कि आयोग हिमाचल प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त मतदान कराने के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयोग चुनाव में किसी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगा और उसका समूचा तंत्र इस पर निगरानी रखेगा। आयोग ने राज्य को सलाह दी है कि टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने के समुचित उपाय किए जाएं।
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख घोषित न किए जाने के बारे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि आयोग ने इस बारे में परम्परा का पालन किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा के कार्यकाल के बीच 40 दिन का अंतर है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में, विशेष रूप से ऊंचाई वाले निर्वाचन क्षेत्रों में मौसम और हिमपात जैसे घटक भी महत्वपूर्ण हैं। (Aabhar Air News)