प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलिस के लिए एक राष्ट्र, एक वर्दी का विचार रखा है। राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर को वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह मात्र सुझाव है और वे इसे राज्यों पर थोपने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि देशभर में पुलिस बल की पहचान एक जैसी होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर प्रकार का नक्सलवाद, भले ही वह बंदूक से हो या कलम से, उसे देश के युवाओं को भ्रमित करने से रोकने के लिए समाप्त करना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता और अखण्डता और सरदार पटेल की प्रेरणा को देखते हुए ऐसी ताकतों को देश में फलने-फूलने की अनुमति नहीं दी जा सकती। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से अपील की कि वे पुराने कानूनों की समीक्षा और वर्तमान संदर्भ में उनमें संशोधन करें।
श्री मोदी ने कहा कि पुलिस की अच्छी धारणा को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है और गल्तियों का समाधान निकाला जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा के लिए राज्यों का एकजुटता से काम करना संवैधानिक जनादेश और राष्ट्र के प्रति दायित्व है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय और राज्य दोनों एजेंसियों को कार्य कुशलता से बेहतर परिणामों और आम लोगों की रक्षा के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था प्रत्यक्ष रूप से विकास से जुड़ी है, अत: शांति बनाए रखना प्रत्येक की जिम्मेदारी है। (Aabhar Air News)