वर्ष 2014 में केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद से अब तक देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में उग्रवाद संबंधी घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी आई है। गृह मंत्रालय के अनुसार विगत वर्षों में विभिन्न समूहों के लगभग छह हजार उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। वर्ष 2019 और 20 में उग्रवाद की सबसे कम घटनाएं हुईं और पिछले दो दशकों में सुरक्षाबलों तथा आम नागरिकों की मौत के मामले न्यूनतम रहे हैं। इस क्षेत्र में 2014 में उग्रवाद संबंधी 824 घटनाएं हुईं जबकि 2015 में यह संख्या घटकर 574 हो गई।  2014 से अब तक 587 उग्रवादी मारे गए हैं और दस हजार 107 को गिरफ्तार किए गए।


मोदी सरकार की ओर से उग्रवादी समूहों के विरुद्ध कड़े कदम उठाए जाने के बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इस वर्ष के बजट में पूर्वोत्तर के लिए प्रधानमंत्री की विकास पहल के नाम से एक नई योजना की घोषणा की गई। इसके लिये एक हजार पांच सौ करोड़ रुपए आवंटित किए गए। (Aabhar Air News0