भारत और फ्रांस ने आज रक्षा, असैन्‍य परमाणु साझेदारी, व्‍यापार, निवेश और आर्थिक साझेदारी के नये क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्‍युअल मैक्रों ने जी-20 शिखर सम्‍मेलन से अलग बाली में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर विचार-विमर्श किया।


श्री मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। उन्‍होंने हरित अर्थव्‍यवस्‍था, नवीकरणीय ऊर्जा, वित्‍तीय प्रौद्योगिकी और व्‍यापार साझेदारी मजबूत करने सहित विभिन्‍न क्षेत्रों में दोनों देशों के सहयोग के दायरे का विस्‍तार करने पर चर्चा की। श्री मोदी ने सिंगापुर को भारत की एक्‍ट ईस्‍ट नीति का महत्‍वपूर्ण स्‍तम्‍भ बताया।


प्रधानमंत्री ने जर्मनी के चासंलर ओलफ शॉल्‍ज के साथ भी बैठक की। उन्‍होंने आर्थिक, रक्षा और अन्‍य महत्‍वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। श्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष दोनों देशों के नेताओं की यह तीसरी बैठक है। दोनों नेताओं ने इस वर्ष के शुरू में अन्‍तर सरकारी विचार-विमर्श के दौरान संबंध प्रगाढ करने की ठोस बुनियाद तैयार की थी।

 (Aabhar Air News)प्रधानमंत्री का इण्‍डोनेशिया, स्‍पेन, इटली, ऑस्‍ट्रेलिया और ब्रिटेन के नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठक का कार्यक्रम है।