प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के विद्यार्थियों और युवाओं से सपने देखने और उन्हें साकार करते हुए भारत को आत्मनिर्भर बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत देश के समक्ष उत्पन्न समस्याओं का स्थायी समाधान है।
वे कल उत्तर प्रदेश के कानपुर में आईआईटी के 54वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के निर्मित खंड और बीना-पनकी मल्टीप्रॉडक्ट पाईपलाइन परियोजना का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कहा कि देश को आईआईटी कानपुर के विद्यार्थियों और शिक्षकों की क्षमता पर पूरा विश्वास है और सरकार उन्हें हर सम्भव मदद देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में उनकी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए कई कदम उठाए हैं और आईआईटी के विद्यार्थी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
दीक्षांत समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने ब्लॉकचेन बेस्ड डिजिटल डिग्री प्रदान करने की प्रक्रिया की शुरुआत की और सभी विद्यार्थियों को डिजिटल डिग्री दी गई। इस प्रक्रिया को आईआईटी कानपुर में नेशनल ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत विकसित किया गया है। इन डिग्रियों की विश्वभर में कहीं भी पुष्टि की जा सकती है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती है। इस अवसर पर कुल एक हजार सात सौ विद्यार्थियों को डिग्री दी गई।
बाद में प्रधानमंत्री ने तीन सौ छप्पन किलोमीटर लम्बी बीना-पनकी मल्टी प्रोजेक्ट पाइपलाईन परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना पर एक हजार पांच सौ करोड़ रुपए की लागत आई है।
प्रधानमंत्री ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के आईआईटी कानपुर से मोती झील तक नौ किलोमीटर लम्बे निर्मित खंड का शुभारंभ किया। पूरी परियोजना की लम्बाई बत्तीस किलोमीटर है और इस पर ग्यारह हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी। (Aabhar Air New)