बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या 34 हो गई है। 23 लोगों की मौत मशरख प्रखंड में हुई जबकि बाकी ग्यारह मृतक जिले के इश्वापुर, अमनौर, मरहौरा क्षेत्र के थे। मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है, क्योंकि 22 लोगों का अभी विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से सात लोगों की हालत गंभीर है। कुछ लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। मृतकों के परिवारजनों ने बताया कि 50 से अधिक लोगों ने जहरीली शराब पी थी। सारण के जिला मजिस्ट्रेट राजेश मीणा ने आकाशवाणी को बताया कि जहरीली शराब के कारोबार से जुड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं और 30 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।


इस घटना ने बिहार में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू कर दिया है। विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कड़ी निंदा कर रहा है। इस मुद्दे पर विधानसभा में बहस के दौरान नीतीश कुमार अपना आपा खो बैठे और राज्य में शराब बंदी को लेकर सरकार को निशाना बनाने वाले विपक्षी विधायकों पर बरस पड़े। बिहार में 2016 में नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था।(Aabhar Air News)