राष्‍ट्र 1971 के बंगलादेश मुक्ति संग्राम में पाकिस्‍तान पर भारत की विजय के उपलक्ष्य में आज विजय दिवस मना रहा है। 1971 के भारत-पाक युद्ध में प्राण न्यौछावर करने वाले वीरों के बलिदान का स्‍मरण किया जा रहा है और उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। 16 दिसम्‍बर 1971 को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आमिर अब्‍दुल्‍ला खान नियाजी ने हार के बाद ढाका में लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के नेतृत्व वाली संयुक्त सेना के समक्ष, 93 हजार सैनिकों के साथ, बिना शर्त समर्पण कर दिया था। इस युद्ध के अंत से स्‍वतंत्र बंगलादेश का उदय हुआ।


राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे कल विजय दिवस की पूर्व संध्‍या पर सेनाध्‍यक्ष आवास- आर्मी हाउस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।


प्रधानमंत्री मोदी ने श्री राजनाथ सिंह के साथ कल दिल्‍ली में विजय दिवस पर आयोजित प्रदर्शनी भी देखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 1971 के मुक्ति संग्राम में अपनी सशस्‍त्र सेना के साहस और हौसले को हमेशा याद रखेगा।