मोटा अनाज के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से कृषि मंत्रालय कल संसद भवन में सांसदों के लिए फूड महोत्सव आयोजित कर रहा है। वैश्विक जनसंख्या के लिए खाद्यान्न की प्रतिदिन बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए सस्ते दरों पर दलहन जैसा मोटा अनाज पोषक आहार का विकल्प प्रस्तुत करना है। संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित कर 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है।
आकाशवाणी समाचार के साथ विशेष वार्ता में केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने पर्यावरण और अर्थशास्त्र पर मोटे अनाज के उत्पादन के सकारात्मक प्रभाव पर बातचीत में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष और मोटे अनाज के उत्पादन में वृद्धि दीर्घकालिक विकास के लिए 2030 के एजेंडे में भी अपना योगदान देगा।
(Aabhar Aur News)