सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी सरकार की आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति रही है। श्री ठाकुर ने कहा कि निर्णायक कार्रवाई के ठोस परिणाम मिले हैं। आज नयी दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में श्री ठाकुर ने कहा कि 2014 से जम्मू-कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट स्ट्राइक और आतंकवाद के खिलाफ की गयी कार्रवाईयों के बाद आतंकवाद में 168 प्रतिशत तक कमी हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद और इसे धन मुहैय्या कराने का समर्थन नहीं करना चाहिए वरना वह भी आतंकवाद से बच नहीं पायेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि आतंकवाद को धन मुहैय्या कराने के 94 प्रतिशत मामलों में आरोप सिद्ध हुए हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने समाज कल्याण के नाम पर कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले संगठन (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने में संकोच नहीं किया। उन्होंने दोहराया कि कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। श्री ठाकुर ने कहा कि 2014 के बाद पूर्वोत्तर में शांति का युग शुरू हुआ है क्योंकि उग्रवादी हिंसा में 80 प्रतिशत की कमी आई है। हिंसा में नागरिकों की मृत्यु में 89 प्रतिशत की कमी आई है, और 2014 के बाद 6 हजार उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। श्री ठाकुर ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद में 2 सौ 65 प्रतिशत की कमी आई है।
श्री ठाकुर ने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान 22 हजार पांच सौ से अधिक, 2021 के ऑपरेशन-देवी शक्ति में अफगानिस्तान से लगभग 6 सौ 70 तथा वुहान से 647 भारतीय नागरिकों को निकाला गया था। (Aabhar Air News)